Afghan Vice President calls Pakistan Army strategic guru of Taliban | अफगान उपराष्ट्रपति ने पाकिस्तान पर साधा निशाना, PAK सेना को बताया तालिबान का रणनीतिक गुरू

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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान सरकार और पाकिस्तान की सरकार के बीच गहमागहमी बढ़ती जा रही है। अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने तालिबान का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा है। सालेह ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ पर भी निशाना साधा। 

सालेह ने पाकिस्तान को लेकर ट्वीट किया, ‘प्रोपेगेंडा स्टंट से हकीकत नहीं बदलेगी और मेरे देश में पाकिस्तान की छवि नहीं सुधरेगी। हकीकत यह है कि पाक सेना मेरे देश में चल रहे आतंकी हमले की साजिश रचने और तालिबान की मदद (हथियार) मुहैया करा रही है।

वहीं अगर पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट की मानें तो, पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को 46 अफगान सैनिकों को अफगानिस्तान सुरक्षित पहुंचाया है। पाकिस्तानी सेना ने अफगान सैनिकों के साथ एक क्लिप भी शेयर की थी। इस क्लिप को लेकर ही अमरुल्ला सालेह ने पाकिस्तान पर निशाना साधा। 

अमरुल्ला सालेह के इस ट्वीट के जवाब में पाकिस्तानी अभिनेत्री शहर शिनवारी ने भड़कते हुए लिखा, भारतीय कठपुतली अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान का अपनी छवि बदलने की जरूरत नहीं है। अफगान के आम लोगों की नजर में पाकिस्तान की छवि पहले से ही बहुत स्पष्ट है। आपके सिपाही भी कह रहे थे “चाय बड़ी मजेदार थी।” 

इससे पहले अमरुल्ला सालेह ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए अपने एक बयान में कहा था कि ISI और पाकिस्तानी सेना सभी आंतकी दलों जैसे तालिबान, लश्कर-ए-तैयबा, अल-कायदा और मदरसा वॉलेंटियर्सका जैसे घुसपैठियों को हथियार और गोला-बारूद दे कर सहायता करता है। अगर पाकिस्तानी सेना और ISI से आने वाली फंडिंग को रोक दिया जाये तो तालिबान कुछ ही हफ्तों में अपनी बढ़त को खो देगा।

यही नहीं, अमरुल्लाह सालेह ने कराची को आतंकियों का सेफ हाउस भी बताया। उन्होंने  कहा कि तालिबान वहां के मदरसों में अपनी मुहिम चलाता है और आतंकवादियों को ट्रेनिंग भी वहीं दी जाती है। 

सालेह की टिप्पणी पर पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डॉ. मोईद यूसुफ ने कहा कि काबुल रोज-ब-रोज उनके वरिष्ठ अधिकारियों के “मूर्खता पूर्ण बयानों” से शर्मिंदा है। इससे आस- पास के देशों से संबंध खराब हो रहे हैं। डॉक्‍टर मोईद ने कहा, ‘अफगानिस्‍तान इन दिनों हर दिन मूर्खतापूर्ण बयानों से शर्मिंदा हो रहा है।’ 

उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान सबको मिलाकर चल रहा है और अफगानिस्‍तान के राजनीतिक समाधान के लिए प्रतिबद्ध है और पाकिस्‍तान और तालिबान आतंकियों की नापाक दोस्‍ती के खिलाफ अफगानिस्‍तान के उपराष्‍ट्रपति अमरुल्‍ला सालेह ने मोर्चा खोल दिया है।

वहीं सालेह ने मोईद यूसुफ पर निशाना साधते हुए कहा है कि, पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा/असुरक्षा सलाहकार का मानना है कि क्वेटा शूरा चुने गए हैं और काबुल में सरकार लगाई गई है। उनके या उनके सहयोगियों द्वारा कोई भी प्रयास पाक एजेंसियों के माथे से अफगान खून के दाग को नहीं धोएगा। आतंक के लिए जीएचक्यू/आईएसआई आपूर्ति निशान रुकना चाहिए।

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