भोपाल, राजधानी में बैरसिया रोड पर स्थित निजी अस्पताल में एक महिला की इच्छा के विरुद्ध उसका गर्भपात कराने के मामले में पुलिस ने तीन साल बाद जबरन गर्भपात करवाने का केस दर्ज किया है। मूलत: छतरपुर निवासी महिला ने घटना की शिकायत स्थानीय थाने में की थी। वहां केस दर्ज होने के बाद मामला हनुमानगंज थाने में पहुंचा है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
हनुमानगंज थाना पुलिस के मुताबिक गांधी मार्केट छतरपुर निवासी 32 वर्षीय महिला की शादी शमशाबाद जिला विदिशा निवासी अनुराग मोदी से हुई थी। महिला का आरोप है कि शादी के बाद से ही पति व ससुराल वालों का व्यवहार उसके प्रति ठीक नहीं था। मार्च 2020 में वह गर्भवती हुई थी। यह बात उसने अपने पति व ससुराल वालों को बताई। इस पर पति अनुराग, सास शारदा, ससुर जगदीश मोदी और ननद अनुपमा ने उससे कहा कि हमें यह बच्चा नहीं चाहिए। तुम गर्भपात करा लो। इस पर कविता ने मना कर दिया था।
उसके बाद पति व ससुराल वाले गर्भपात के लिए उस पर दवा खाने का दबाव बनाने लगे। जब वह नहीं मानी तो 23 मई 2020 को वे लोग उसे भोपाल की सिंधी कालोनी स्थित अपेक्स अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर डाक्टरों से चेकअप करने के बाद 25 मई को उसका जबरन गर्भपात करा दिया गया। इस घटना के संबंध में पीड़ित महिला ने साढ़े तीन साल बाद 17 जनवरी 2024 को छतरपुर कोतवाली में अपने पति, सास, ससुर ओर ननद के खिलाफ जबरन गर्भपात कराने व धमकी देने की शिकायत की थी। छतरपुर कोतवाली थाना पुलिस ने शून्य पर केस दर्ज किया था। घटना स्थल हनुमानगंज क्षेत्र का होने के कारण मामले की केस डायरी हनुमानगंज थाना पुलिस को भेजी गई थी। पुलिस इस मालमे में अस्पताल प्रबंधन की भूमिका की भी जांच कर रही है।