घर में पालतू जानवरों को रखना बहुत से लोगों का शौक होता है. इनमें भी लोग जिन जानवरों को ज्यादा पालते हैं, उनमें कुत्ते और बिल्लियां शुमार हैं. अक्सर आपने देखा होगा कि खेल-खेल में इन जानवरों के मुंह में लोग हाथ तक डालने लगते हैं, लेकिन आज हम आपको जो घटना बताने जा रहे हैं, उसके बाद आप कुत्ते के अलावा बिल्लियों से भी ऐसा कोई मज़ाक नहीं करेंगे।
अक्सर कहा जाता है कि घर में पले जानवरों का वक्त पर टीकाकरण बहुत ज़रूरी होता है. 33 साल के हेनरिक को उनके घर में ही पली बिल्लियों में से किसी एक ने काटा था, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि यही उनकी मौत की वजह बन जाएगी. 15 ऑपरेशन मिलकर भी उन्हें दर्दनाक मौत से नहीं बचा पाए. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें एक महीने तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई।
डेनमार्क के रहने वाले हेनरिक क्रेगबाउम प्लेटनर ने साल 2018 में एक बिल्ली और उसके बच्चों को गोद लिया था. वे उन्हें शिफ्ट करने के लिए अपने साथ ले जा रहे थे, तभी उनमें से एक ने उनकी उंगली पर काट लिया था. हेनरिक इसे मज़ाक में ले रहे थे, लेकिन थोड़ी ही देर में उनका हाथ इतना ज्यादा सूज गया कि वे अस्पताल पहुंचे. डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती कर लिया और वे महीने भर तक वहीं रहे. इस दौरान उनके 15 ऑपरेशन हुए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. घटना के 4 महीने बाद भी उनकी उंगली ठीक से काम नहीं कर रही थी, जिसके बाद डॉक्टरों ने उंगली के एक हिस्से को काटने का फैसला लिया.
उंगली को काटने के बाद भी हेनरिक को राहत नहीं मिली. उनकी मां के मुताबिक इस घटना से हेनरिक का इम्यून सिस्टम बहुत खराब हो गया था. उन्हें निमोनिया, गठिया और डायबिटीज़ हो गया और आखिरकार इसी साल अक्टूबर में हेनरिक की मौत हो गई. दरअसल बिल्ली के काटने से वे मांस खाने वाले बैक्टीरिया से संक्रमित हो गए थे. हेनरिक की पत्नी के मुताबिक उनके पति की मौत तिल-तिलकर हुई है, ऐसे में किसी को भी बिल्ली के काटने की घटना हल्के में नहीं लेनी चाहिए, ये जानलेवा हो सकती है।